Donnerstag, 7. April 2022

संक्रमण

संक्रमण
जीवन में
के माध्यम से होता है
रोगाणु
गर्भ में

मौत
पूरा किया हुआ
वास्तविक जीवन
एक इंसान का

जीने की विरासत
रहस्य
जीवन का
कोई थाह नहीं सकता

बाहरी ज्ञान
पवित्र पुस्तकों से
मौखिक परंपरा
विचार की दुनिया का प्रयास करता है
बाद की मानवता के
आंतरिक ज्ञान के बिना
चित्रात्मक ज्ञान
एक व्यक्ति को स्वीकार करने के लिए
यह ठंड और ठंड है

चिकित्सा
साथ ही बुराई
हर इंसान में है
घर पर और लंगर

सुधार का वादा
अंतर्दृष्टि
सपने के माध्यम से
आत्मा और आत्मा के माध्यम से
जो हम में हैं
वहाँ नहीं

विज्ञान की विडंबना
और आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली
वह व्यक्तिपरक क्षण
एक इंसान का
अविभाज्य मानवीय गरिमा
उन पर लागू नहीं हो सकता

चूँकि पृथ्वी पर जीवन था
जीवन की कोशिश की
परिस्थितियां
आनुवंशिक विकास के साथ
अपनी सारी इंद्रियों के साथ
होने की वास्तविकता के अनुकूल होने के लिए

डर का डर
भीतर वाला
बाहरी उलझनें
यही कार्य है
मनुष्य की एक चेतना का
निर्णय है
हर कोई अपने दम पर इस कार्य के लिए
इसे गंभीरता से लें और इस पर काम करें

*

Der Übergang
ins Leben
geschieht durch 
den Keim
im Mutterleib

der Tod
beendet 
das wirkliche Leben
eines Menschen

das Erbe des Lebendigen
das Geheimnis
des Lebens 
kann niemand ergründen

das extrinsische Wissen
aus den Heiligen Büchern 
die mündliche Überliefern
bemüht sich der Gedankenwelt
der nachfolgenden Menschheit
ohne das intrinsische Wissen
das bildhafte Wissen
eines Menschen zu akzeptieren
ist es eisig und kalt

das Heilende
wie auch das Böse
ist in jedem Menschen 
beheimatet und verankert

die Besserung verspricht
die Einsicht
durch den Traum
durch Seele und Geist
die in uns sind
nicht da draussen

die Ironie der Wissenschaft 
und der spirituell Mächtigen ist
dass der subjektive Moment
eines Menschen
die unteilbare Menschenwürde
ihnen keine Geltung haben kann

seit es Leben auf der Erde gibt
das Leben hat versucht
sich den Gegebenheiten
mit der genetischen Entwicklung 
mit allen Sinnen
der Wirklichkeit von Sein anzupassen 

die Angst vor der Angst
die innere
die äusseren Verstrickungen
das ist die Aufgabe
des Menschen der ein Bewusstsein
eine Urteilsfähigkeit hat
jeder für sich an diese Aufgabe
ernst zu nehmen und daran zu arbeiten

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