weisseis
meine Texte hansgamma.blogspot.com
Freitag, 14. September 2012
एक खो छवि है कि मुझे सजी
एक खो छवि है कि मुझे सजी
मैं मेरे कान याद आती है
मैं के रूप में मेरे मन पर दस्तक दी
मुझे लौटा
मेरी भावनाओं को पूरी तरह से नग्न थे
Keine Kommentare:
Kommentar veröffentlichen
Neuerer Post
Älterer Post
Startseite
Abonnieren
Kommentare zum Post (Atom)
Keine Kommentare:
Kommentar veröffentlichen