weisseis
meine Texte hansgamma.blogspot.com
Montag, 27. August 2012
मैं मैदान हूँ
सुबह के पीछे प्रकाश
भविष्य से
चेहरे के साथ
जो इंतजार नहीं कर सकता
सफेद बर्फ में नारंगी
जीवन के लिए एक भीड़
वह दिन दूर नहीं है
मैं मैदान हूँ
'क्षेत्र मीटर
फूलों को जगाने
उसके बालों में कंघी लड़की
साढ़े आठ बजे
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