weisseis
meine Texte hansgamma.blogspot.com
Dienstag, 29. Mai 2012
कानून में नहीं
कि तुम प्यार मुझे आत्मसमर्पण
आप अपने घर में
पक्केपन से जला दिया
मैं हूँ मैं हूँ
माँ का घर
मुझे अंधा बाँध
कानून में नहीं
Keine Kommentare:
Kommentar veröffentlichen
Neuerer Post
Älterer Post
Startseite
Abonnieren
Kommentare zum Post (Atom)
Keine Kommentare:
Kommentar veröffentlichen