Freitag, 20. April 2012

अनन्त जा रहा है

कौन नहीं प्रयोग किया जाता है
उसकी नींद के एक कोने में नहीं है
दुनिया में कोई जगह नहीं पाता है
एक सपने में सीढ़ियों के नीचे
एक हवादार अंधेरी जगह
सिंक स्व stuns
जीवन की संभावनाओं को जगाने
सभी खतरे के बिना भक्ति
आभूषण सोने के घाव से बना
वेदी के सामने में गहराई की आत्मा लाता है
अनन्त जा रहा है
जहां सब कुछ क्रम में है और था





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