वे कैन
हमें कि
क्या
पर
हमें
में तूफान
नहीं
मना
चीज़ें
हम संपादित करते हैं
चीज़ें
हमारी उम्मीदों के अनुसार
चीज़ें
उनकी विविधता में
और आकार
चीजें हैं
और कुछ नहीं
चीज़ें
करने के लिए
कुछ भी तो नहीं
खोज के साथ
सच्चाई के अनुसार
कुछ भी करने को
चीज़ें
बड़े हैं
और छोटा
अकल्पनीयता की हद तक
मानव मन की
मिठास
बहुत अधिक नहीं
मदद करता है
हमारी
अपूर्णता
अपना
भाषण की धार
है
जिम्मेदारी में
लोग खुद
एक बीमार व्यक्ति
इसलिये
निंदा करना
सभी मानवीय गरिमा से नीचे है
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