Samstag, 24. Dezember 2022

वो आत्मा

मैं आज्ञा का पालन करता हूं
वो आत्मा
जो मेरे द्वारा बचपन से डाली गई छायाओं को लगातार गिन रहा है
नदी के बहते पानी में मेरे चेहरे की तलाश करना व्यर्थ है
जिस आईने में मैं अपना चेहरा देखता हूं वह है और चुप रहता है
मुझे खुद को खुद में और दुनिया में खोजने की जरूरत नहीं है, मैं दोनों दुनिया में हूं

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