Montag, 20. Mai 2024

मृत्यु तो हर किसी में है

मृत्यु तो हर किसी में है
उसका आंतरिक चेहरा
मनुष्य का अंत भय और भय के साथ होता है
आखिरी साँस पर
जब इंसान का दिल टूटता है

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